Hindi Literature
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CHANDER


एक दिन

एक चित्र बनाऊँगा मैं

और उसका नाम रखूँगा

सुनहरी धुँध


उसमें

मैं होऊँगा

तुम होंगी

और होंगे ढेर सारे बच्चे


पतझर के

पीले सूखे पत्तों पर

लेटे होंगे हम

पूरी तरह सुखी


(1996)

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