Hindi Literature
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CHANDER


वहाँ ठंड थी

जहाँ हम थे

हम थे

डाले हुए ओवरकोट

ओवरकोट की जेब में हाथ

वह पूरा एक शहर था

बत्तियाँ जल चुकी थीं,

भाग रही थीं कारें

लोग

हम खड़े थे एक मकान के नीचे

चालीसवें वर्ष में

ढके हुए आसमान ने कहा

यह चालीसवाँ करोड़ों के बीच है ।

हम ठिठुरे फिर हमने एक बस पकड़ी ।

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