Hindi Literature
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CHANDER

जानो नहीं जिस गाँव में ,कहा बूझनो नाम ।

तिन सखान की क्या कथा,जिनसो नहिं कुछ काम ॥

जिनसो नहिं कुछ काम,करे जो उनकी चरचा ।

राग द्वेष पुनि क्रोध बोध में तिनका परचा ॥

कह गिरिधर कविराय होइ जिन संग मिलि खानो।

ताकी पूछो जात बरन कुल क्या है जानो ॥1॥

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