Hindi Literature
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CHANDER


गा रे गा

जीवन के सुर में

सुर मिला

गा रे गा


भाग मत भाग

अपने ही अन्दर जाग

मगर जाग

साथ तेरे साथ

अगर नहीं आग

तलाश

पानी ही तलाश


बेहोश मत हो

अपने को मत खो

जो हो

सार्थक हो


आ रे आ

इस जीवन पथ पर आ

अपनी अभिलाषाओं को

पूरित करने का

बल पा

आज़ादी का सूर्य

कंधे पर बिठा


पा रे पा

सब कुछ पा

इसी राह पर आ

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