Hindi Literature
Advertisement
http://www.kavitakosh.orgKkmsgchng
































CHANDER


तुम्हारे जन्मदिन पर

हँसे हवा

हँसे फूल

हँसे पृथ्वी

जल ऋतु अंतरिक्ष

हँसें सितारे हँसे कूल

और इनके साथ साथ

हँसो मेरी तुम

हँसे तुम्हारा दुकूल


(2000)

Advertisement