Hindi Literature
Advertisement
http://www.kavitakosh.orgKkmsgchng
































CHANDER

वह एक औरत है

उसके पास अपनी एक फूटी कौड़ी भी नहीं

उसकी पीठ पर सदियों के नीले दाग़ हैं

मन में मगर नई हवाओं का संगीत

Advertisement