- मैंने उसको... / केदारनाथ अग्रवाल
- मैंने एक सत्य थामा है / ईहातीत क्षण / मृदुल कीर्ति
- मैंने कहा / अनिल जनविजय
- मैंने कुछ पा लिया है... / केदारनाथ अग्रवाल
- मैंने खेल किया जीवन से / हरिवंशराय बच्चन
- मैंने खोला... / केदारनाथ अग्रवाल
- मैंने चाहा बात करे वो फुलवारी की भाषा में / जहीर कुरैशी
- मैंने जन्म नहीं मांगा था! / अटल बिहारी वाजपेयी
- मैंने ज़बान खोली तो तूफाँ मचल पड़े / शैलेश ज़ैदी
- मैंने जो सोचा था / त्रिलोचन
- मैंने तेरी आँखों में पढ़ा / बशीर बद्र
- मैंने दीवारों से पूछा / कविता वाचक्नवी
- मैंने देखा / केदारनाथ अग्रवाल
- मैंने भूलों पर भूले की / त्रिलोचन
- मैंने लिखा नाम बस वह ही / राकेश खंडेलवाल
- मैंने हिटलर को मारा था / आदम ज़गायेव्स्की
- मैथिली लोक गीत
- मैथिलीशरण गुप्त
- मैथिलीशरण गुप्त / परिचय
- मैदान / शैल चतुर्वेदी
- मैदान की जीत / योगेंद्र कृष्णा
- मैने टाँग लिया है / रति सक्सेना
- मैनें दिल से कहा / जावेद अख़्तर
- मैनें पूछा पहला पत्थर मुझ पर कौन उठायेगा / क़तील
- मैया, कबहिं बढ़ैगी चोटी / सूरदास
- मैया, मैं तौ चंद-खिलौना लैहौं / सूरदास
- मैया ! हौं गाइ चरावन जैहौं / सूरदास
- मैया ! हौं न चरैहौं गाइ / सूरदास
- मैया बहुत बुरौ बलदाऊ / सूरदास
- मैया मैं नहीं माखन खायौ / सूरदास
- मैया मोहि दाऊ बहुत खिझायौ/ सूरदास
- मैया मोहि दाऊ बहुत खिझायौ / सूरदास
- मैया री, मोहि माखन भावै / सूरदास
- मैया री मैं चंद लहौंगौ / सूरदास
- मैया री मोहि दाऊ टेरत / सूरदास
- मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ / भजन
- मॉर्डन रसिया / अल्हड़ बीकानेरी
- मो देखत जसुमति तेरैं ढोटा, अबहीं माटी खाई / सूरदास
- मो परतिग्या रहै कि जाउ / सूरदास
- मो सउ कोऊ न कहै समझाइ / रैदास
- मो सम कौन कुटिल खल कामी / सूरदास
- मोईन बेस्सिसो
- मोको कहां / कबीर
- मोचीराम / धूमिल
- मोटी पत्नी / काका हाथरसी
- मोड़ तीखे हो गए डरने लगे हैं रास्ते / विनय कुमार
- मोती कभी पलकों से गिराए नहीं हमने... / देवी नांगरानी
- मोम की ज़िन्दगी घुला करना / बशीर बद्र
- मोम सा तन घुल चुका / महादेवी वर्मा
- मोमिन खाँ 'मोमिन'
- मोम—परों से उड़ना और / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- मोर पाँखें / ठाकुरप्रसाद सिंह
- मोरपंख / स्वप्निल श्रीवास्तव
- मोरपखा मुरली बनमाल / रसखान
- मोरपखा सिर ऊपर राखिहौं / रसखान
- मोरया आछो बोल्यो रे / राजस्थानी
- मोरे क्यों गेरेस भूल / हरियाणवी
- मोरे जोबना में / भोजपुरी
- मोरे ललन / मीराबाई
- मोसम्बी का रस / अरुण कमल
- मोह-भंग / महेन्द्र भटनागर
- मोह-माया / महेन्द्र भटनागर
- मोहन, आउ तुम्हैं अन्हवाऊँ / सूरदास
- मोहन, मानि मनायौ मेरौ / सूरदास
- मोहन ! हौं तुम ऊपर वारी / सूरदास
- मोहन काहैं न उगिलौ माटी / सूरदास
- मोहन कुमार डहेरिया
- मोहन कुमार डहेरिया / परिचय
- मोहन केसे हो तुम दानी / सूरदास
- मोहन राणा
- मोहब्बत के जज़्बे / तारा सिंह
- मोहब्बत के सफर पर चले वाले रही सुनो,----Nazm By Kavi Deepak Sharma
- मोहब्बत में अश्क़ की कीमत / तारा सिंह
- मोहब्बत सोज़ भी है साज़ भी है / अर्श मलसियानी
- मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती ना मिला / बशीर बद्र
- मोहम्मद अलवी
- मोहम्मद इक़बाल
- मोहर / वीरा
- मोहि कहतिं जुबती सब चोर / सूरदास
- मोहि लागी लगन गुरुचरणन की / मीराबाई
- मोहिं प्रभु, तुमसों होड़ परी / सूरदास
- मौखिक इतिहास / असद ज़ैदी
- मौज-ए-गुल मौज-ए-सबा / जाँ निसार अख़्तर
- मौत / अरुण कमल
- मौत / मुईन अहसन जज़्बी
- मौत : एक / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
- मौत : दो / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
- मौत इक गीत रात गाती थी / फ़िराक़ गोरखपुरी
- मौत एक मांदगी का वक्फ़ा है / विजय कुमार
- मौत और ज़िन्दगी / रति सक्सेना
- मौत की ट्रेन में दिदिया / अशोक वाजपेयी
- मौत की नहर / निदा फ़ाज़ली
- मौत के नाखून / शम्भु बादल
- मौत के बारे में सोच / अनातोली पारपरा
- मौत को पढ़ रही है ज़िन्दगी / केदारनाथ अग्रवाल
- मौत तू एक कविता है / गुलज़ार
- मौत तो आनी है तो फिर मौत का क्यों डर रखूँ / कुँअर बेचैन
- मौत ने अपनी / ओमप्रकाश चतुर्वेदी 'पराग'
- मौत भी जिंदगी सी हो जाए / देवेन्द्र आर्य
- मौत से ठन गई / अटल बिहारी वाजपेयी
- मौत से था डर जिन्हें सब घर गए / विनय कुमार
- मौन / केदारनाथ अग्रवाल
- मौन / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"
- मौन भी कैसे रहूँ / त्रिलोचन
- मौसम, मंगलवार / गिरिधर राठी
- मौसम / अनूप सेठी
- मौसम / राकेश खंडेलवाल
- मौसम आते जाते हैं / निदा फ़ाज़ली
- मौसम की चोट / उर्मिलेश
- मौसम की पहली बारिश / देवमणि पांडेय
- मौसम की रग-रग दुख रही है / श्याम सखा ’श्याम’
- मौसम की रग-रग दूख रही है / श्याम सखा ’श्याम’
- मौसम जैसे जब सजता है / प्रताप सोमवंशी
- मौसियाँ / अनामिका
- मौहब्बत का ख़्वाब / कमल
- म्हांरे घर होता जाज्यो राज / मीराबाई
- म्हाने चूंदड़ी मंगादे रे / राजस्थानी
- म्हारा ओलगिया घर आया जी / मीराबाई
- म्हारी ऐ मंगेतर / राजस्थानी
- म्हारी सुध ज्यूं जानो त्यूं लीजो / मीराबाई
- म्हारे आलीजा री चंग / राजस्थानी
- म्हारे घर / मीराबाई
- म्हारे जनम-मरण साथी थांने नहीं बिसरूं दिनराती / मीराबाई
- म्हारो अरजी / मीराबाई
- म्हारो कांई करसी / मीराबाई
- म्हारो प्रणाम / मीराबाई
- म्हारों बालूड़ों ग्यो तो सासरे / राजस्थानी
- म्हें तो सगलाई देवता भेट्यां रे भंवरा / राजस्थानी
- म्हें थांने पूछां म्हारी धीयड़ी / राजस्थानी
- यंत्रणा / उंगारेत्ती
- यक़ीन और बेयक़ीनी के दरम्यान / नोमान शौक़
- यक़ीनों की जल्दबाज़ी से / कुंवर नारायण
- यक्ष प्रश्न / ईहातीत क्षण / मृदुल कीर्ति
- यतीन्द्र मिश्र / परिचय
- यथा-पूर्व / महेन्द्र भटनागर
- यथा शिखा मयूराणां / श्लोक
- यथार्थ - आदर्श / महेन्द्र भटनागर
- यथार्थ / महेन्द्र भटनागर
- यथार्थता / महेन्द्र भटनागर
- यथास्थान / कीर्ति चौधरी
- यदि /मोहन राणा
- यदि दिवस विदा ले और पंछी ना गाएँ / रवीन्द्रनाथ ठाकुर
- यदि मुझे पकड़ लेंगे हमारे वे जानी दुश्मन / ओसिप मंदेलश्ताम
- यदि मैं कहूं / शैलेन्द्र
- यदि मैं होता घन सावन का / गोपालदास "नीरज"
- यदि वाणी भी मिल जाए दर्पण को / गोपालदास "नीरज"
- यमराज की दिशा / चन्द्रकान्त देवताले
- यमराज की दिशा / चन्द्रकान्त देवताले
- यशोदा / विष्णु विराट
- यशोधरा / मैथिलीशरण गुप्त
- यशोमती मैया से बोले नंदलाला
- यह अँजोरे पाख की एकादशी / उमाकांत मालवीय
- यह अमर निशानी किसकी है? / माखनलाल चतुर्वेदी
- यह आकांक्षा समय नहीं / गगन गिल
- यह आवाज़ कभी सुनी क्या तुमने / अलेक्सान्दर पूश्किन
- यह आवाज़ मुझे सच्ची नहीं लगती / पवन करण
- यह इतनी बड़ी अनजानी दुनिया / अज्ञेय
- यह उजाला तो नहीं ‘तम’ को मिटाने वाला / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- यह एक दिन है / प्रयाग शुक्ल
- यह ऐसा समय है / चन्द्रकान्त देवताले
- यह कदम्ब का पेड़ / सुभद्राकुमारी चौहान
- यह क़ाफ़िले यादों के कहीं खो गये होते / शहरयार
- यह काम नहीं है कामचोरी है महज़ / शमशेर बहादुर सिंह
- यह किसका मन डोला / माखनलाल चतुर्वेदी
- यह कैसा त्योहार / तारा सिंह
- यह कैसा पेड़ / ठाकुरप्रसाद सिंह
- यह कैसा मजाक है / मदन डागा
- यह कैसी ज़िद है / दिविक रमेश
- यह क्या कम है / प्रेमशंकर शुक्ल
- यह क्यों / दुष्यंत कुमार
- यह जग विस्मय से हुआ है निर्मित / तारा सिंह
- यह जाते दिसम्बर की आवाज़ है / चन्द्रकान्त देवताले
- यह जो महंत बैठे हैं / सैयद इंशा अल्ला खाँ 'इंशा'
- यह जो हरा है. / प्रयाग शुक्ल
- यह जो हरा है / प्रयाग शुक्ल
- यह ठगौरी ठाठ / केदारनाथ अग्रवाल
- यह तुम थीं / नागार्जुन
- यह तुम्हारा उदर / ज्ञानेन्द्रपति
- यह दंतुरित मुसकान / नागार्जुन
- यह दिया बुझे नहीं / गोपाल सिंह नेपाली
- यह दीप अकेला / अज्ञेय
- यह धरती कितना देती है / सुमित्रानंदन पंत
- यह न समझो / महेन्द्र भटनागर
- यह न सोचो कल क्या हो / मीना कुमारी
- यह नर्म नर्म हवा झिलमिला रहे हैं चिराग़ / फ़िराक़ गोरखपुरी
- यह नहीं मंज़िल / महेन्द्र भटनागर
- यह पपिहे की रटन है / हरिवंशराय बच्चन
- यह पपीहे की रटन है / हरिवंशराय बच्चन
- यह फागुनी हवा / फणीश्वरनाथ रेणु
- यह बात तो गलत है / निदा फ़ाज़ली
- यह भी संभव / व्योमेश शुक्ल
- यह भी हो सकता है / देवेन्द्र आर्य
- यह मंदिर का दीप / महादेवी वर्मा
- यह मन इस लोक में / शमशेर बहादुर सिंह
- यह मन्दिर का दीप / महादेवी वर्मा
- यह मेरे जीवन का जल / ठाकुरप्रसाद सिंह
- यह मेरे प्रिय का मंडप है / ठाकुरप्रसाद सिंह
- यह मैं हूँ पत्थर / नरेन्द्र जैन
- यह रहा उसका घर-10 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-1 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-2 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-3 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-4 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-5 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-6 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-7 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-8 / गगन गिल
- यह रहा उसका घर-9 / गगन गिल
- यह रात / अनिल जनविजय
- यह राहे—महब्बत है गर अज़्मे—सफ़र रखिए / सुरेश चन्द्र शौक़
- यह वक़्त. / सुधीर सक्सेना
- यह वक़्त / सुधीर सक्सेना
- यह विलाप नहीं है / अशोक वाजपेयी
- यह वो समय / अरुण कमल
- यह संध्या फूली / महादेवी वर्मा
- यह संध्या फूली सजीली! / महादेवी वर्मा
- यह सपने सुकुमार / महादेवी वर्मा
- यह सब कैसे होता है / कुमार विकल
- यह समय / फ़ान गोयथे
- यह समय है आँख के शोले बुझाने का / विनय कुमार
- यह सिलसिला है / भारत यायावर
- यह सुख दुखमय राग / महादेवी वर्मा
- यह सुख सुनि हरषीं ब्रजनारी / सूरदास
- यह सुगन्ध मेरी है / त्रिलोचन
- यह सुनि कै हलधर तहँ धाए / सूरदास
- यह हंसा भी / अष्टभुजा शुक्ल
- यह है कितने प्रकाश वर्षों की दूरी / शैलेन्द्र चौहान
- यहाँ, वहाँ और आसपास / गिरिधर राठी
- यहाँ / आभा बोधिसत्त्व
- यहाँ / गगन गिल
- यहाँ एक कण भी सजल आशा का नहीं / तारा सिंह
- यहाँ एक नगर था / गोविन्द माथुर
- यहाँ कुछ रहा हो / शमशेर बहादुर सिंह
- यहाँ क्या कद रहा होता / विजय वाते
- यहाँ थी वह नदी / मंगलेश डबराल
- यहाँ मुक्ति की प्रबल चाह / प्रभाकर माचवे
- यहाँ से देखो / केदारनाथ सिंह
- यहां थी वह नदी / मंगलेश डबराल
- यहां हूं / बोधिसत्व
- यही इश्क़ ही जी खपा जानता है / मीर तक़ी 'मीर'
- यही कहा था मेरे हाथ में है आईना / फ़राज़
- यही कहूंगा / केदारनाथ अग्रवाल
- यही बेहतर / रमेश रंजक
- यही बेहतर है / जेम्स फ़ेंटन
- यही रौशनी है, यही रौशनी है / देवी नागरानी
- यही सही / चंद्रभूषण
- यही हालात इब्तदा से रहे / जावेद अख़्तर
- या. / शैलेय
- या / शैलेय
- या कुन्देंदु तुषारहार / श्लोक
- या तो लोग तुम्हें प्यार करे हैं / नाज़िम हिक़मत
- या देवि! / वीरेन डंगवाल
- या देवि ! / वीरेन डंगवाल
- या देवी सर्वभूतेषु / श्लोक
- या बहारों का ही ये मौसम नहीं / देवी नांगरानी
- या ब्रज में कछु देख्यो री टोना / मीराबाई
- या मुझे अफ़सर-ए-शाहा न बनाया होता / ज़फ़र
- या मोहन के रूप लुभानी / मीराबाई
- या रमां एक तूं दांनां / रैदास
- या लकुटी अरु कामरिया / रसखान
- याचना / महेन्द्र भटनागर
- याचना / रघुवीर सहाय
- यातना / अरुण कमल
- यातना / नोमान शौक़
- यातायात / मोहन राणा
- यात्रा / अरुण कमल
- यात्रा / कुमार विकल
- यात्रा और यात्री / हरिवंशराय बच्चन
- यात्राएँ बीतीं / ठाकुरप्रसाद सिंह
- यात्रा… भीतर-बाहर / कुमार विकल
- यात्री / अज्ञेय
- याद / अमृता प्रीतम
- याद / ऋतु पल्लवी
- याद / जिगर मुरादाबादी
- याद / महेन्द्र भटनागर
- याद / रति सक्सेना
- याद / सुमित्रानंदन पंत
- याद ? / केदारनाथ अग्रवाल
- याद आए तो आँख भर आए / कमलेश भट्ट 'कमल'
- याद आती हैं बरबस घटनाएँ / हेमन्त शेष
- याद उस शहर की / धर्मवीर भारती
- याद करता हूँ तुम्हें / पाब्लो नेरूदा
- याद करना हर घड़ी उस यार का / वली दक्कनी
- याद करना हर घडी़ उस यार का / वली दक्कनी
- याद का आसरा / कन्हैयालाल नंदन
- याद किसी की चांदनी बन कर / बशीर बद्र
- याद की प्रतीक्षा / राकेश खंडेलवाल
- याद नहीं / मनमोहन
- याद बन-बनकर गगन पर / रमानाथ अवस्थी
- याद मुझे है अब तक / देवी नागरानी
- याद रहेगा / त्रिलोचन
- यादें / लावण्या शाह
- यादें और भूलना / अरुणा राय
- यादें निकल के घर से न जाने किधर गईं / जहीर कुरैशी
- यादों के दीपक / राकेश खंडेलवाल
- यादों के सहारे/ भावना कुँअर
- यानि कानि च मित्राणि / श्लोक
- यार था गुलज़ार था बाद-ए-सबा थी / ज़फ़र
- यार देहलीज छूकर न जाया करो / विजय वाते
- यार बिन तल्ख़ ज़िंदगनी थी / मीर तक़ी 'मीर'
- यार मेरा कैसा है / तेजेन्द्र शर्मा
- यार सप्तक / काका हाथरसी
- यारो किसी क़ातिल से कभी प्यार न माँगो / क़तील
- यारो मुझे मुआफ़ करो मैं नशे में हूँ / मीर तक़ी 'मीर'
- यारो मुझे मुआफ़ करो मैं नशे में हूँ / हसरत जयपुरी
- यारो मैने खूब ठगा है / श्याम सखा ’श्याम’
- यासिर अराफ़ात के लिए / परवीन शाकिर
- युग-कवि (विहान) / महेन्द्र भटनागर
- युग-कवि / महेन्द्र भटनागर
- युग-गायक / महेन्द्र भटनागर
- युग-निर्माता / महेन्द्र भटनागर
- युग-परिवर्तन / महेन्द्र भटनागर
- युग-विहग / महेन्द्र भटनागर
- युग और कवि / महेन्द्र भटनागर
- युग कवि से / महेन्द्र भटनागर
- युग की उदासी / हरिवंशराय बच्चन
- युगभेद / अजित कुमार
- युगांत / सुमित्रानंदन पंत
- युगान्तर (राग-संवेदन) / महेन्द्र भटनागर
- युगान्तर / महेन्द्र भटनागर
- युगावतार गांधी / सोहनलाल द्विवेदी
- युगों के बाद फिर / महेन्द्र भटनागर
- युग्म / महेन्द्र भटनागर
- युति / लावण्या शाह
- युद्ध-क्षेत्र पर / महेन्द्र भटनागर
- युद्ध-विराम / अज्ञेय
- युद्ध / आग्नेय
- युद्ध करना कठिन हो गया/ जहीर कुरैशी
- युद्ध में रोना नहीं चाहिए / येव्गेनी येव्तुशेंको
- यूँ चुप रहना ठीक नहीं कोई मीठी बात करो / क़तील
- यूँ तुझे ढूँढ़ने निकले के न आए ख़ुद भी / फ़राज़
- यूँ तेरी रहगुज़र से दिवानावर गुज़रे / मीना कुमारी
- यूँ भी बनता है इतिहास / नोमान शौक़
- यूँ लगता है यार विजय / विजय वाते
- यूँ सजा चांद कि झलका तेरे अंदाज़ का रंग / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
Advertisement
१२,२८१
pages
Local Sitemap
Advertisement