- स्वप्न / भाग १ / कामायनी / जयशंकर प्रसाद
- स्वप्न / भाग २ / कामायनी / जयशंकर प्रसाद
- स्वप्न / महेन्द्र भटनागर
- स्वप्न झरे फूल से, मीत चुभे शूल से / गोपालदास "नीरज"
- स्वप्न था मेरा भयंकर / हरिवंशराय बच्चन
- स्वप्न था यह आपका ही सूर्य धरती से उगे / विनय कुमार
- स्वप्न पट / सुमित्रानंदन पंत
- स्वप्न भी छल, जागरण भी / हरिवंशराय बच्चन
- स्वप्न भी छल / हरिवंशराय बच्चन
- स्वप्न में आप सर्वशक्तिमान हैं / हेमन्त शेष
- स्वप्न से किसने जगाया? / महादेवी वर्मा
- स्वप्निल द्वीप / शैलेन्द्र चौहान
- स्वप्निल श्रीवास्तव
- स्वभाव / जयशंकर प्रसाद
- स्वभाव झरना / जयशंकर प्रसाद
- स्वर-साधना / महेन्द्र भटनागर
- स्वर / त्रिलोचन
- स्वर्ग से बिदाई / गोरख पाण्डेय
- स्वर्ण कलश / लावण्या शाह
- स्वर्ण की सौगात / महेन्द्र भटनागर
- स्वर्ण जयंती वर्ष में एक स्मृति / विष्णु खरे
- स्वस्थ-दृष्टि / महेन्द्र भटनागर
- स्वाँग / महेन्द्र भटनागर
- स्वागत / महेन्द्र भटनागर
- स्वागत /सादी युसुफ़
- स्वागत : 21वीं शती का / महेन्द्र भटनागर
- स्वातंत्र्य-झंझावात / महेन्द्र भटनागर
- स्वाधीनता के साधना पीठ / अटल बिहारी वाजपेयी
- स्वामी सब संसार के हो सांचे श्रीभगवान / मीराबाई
- स्वावलंब / महेन्द्र भटनागर
- स्वीकार / महेन्द्र भटनागर
- स्वीकार / विष्णु खरे
- स्वीकार लो / महेन्द्र भटनागर
- स्वीकृतियाँ / अजित कुमार
- स्वेटर / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
- स्वेद से आतुर, चपल कर... / कालिदास
- हँस-हँस गाने गाएँ हम ! / महेन्द्र भटनागर
- हँस रहा है उधर / केदारनाथ अग्रवाल
- हँसती रहने देना / अज्ञेय
- हँसी / नरेश सक्सेना
- हँसी की भूल भुलैया / राजेन्द्र शर्मा
- हँसी मासूम सी बच्चों की कापी में / बशीर बद्र
- हँसो हँसो जल्दी हँसो / रघुवीर सहाय
- हंगामा-ऐ-ग़म से तंग आकर / शकील बँदायूनी
- हंगामा है क्यूँ बरपा / अकबर इलाहाबादी
- हंजूरी / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
- हंस के समान दिन / त्रिलोचन
- हंस माला चल / नरेन्द्र शर्मा
- हंसना-रोना / अशोक चक्रधर
- हंसी जहां खत्म होती है / रघुवीर सहाय
- हउ बलि बलि जाउ रमईया कारने / रैदास
- हक / अरुण कमल
- हक की तहकीकात / दिविक रमेश
- हक़ीक़त कम अदाकारी बहुत है / सुरेश चन्द्र शौक़
- हकी़क़ते-हुस्न / इक़बाल
- हज़ार ख़्वाब हमारी शबों में आते हैं / विनय कुमार
- हज़ारों ख़्वाइशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले / ग़ालिब
- हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाइश पे दम निकले / ग़ालिब
- हज़ारों मील दूर / प्रयाग शुक्ल
- हजामत / अनूप सेठी
- हड़कंप / स्नेहमयी चौधरी
- हड्डियों में छिपा ज़्वर / चन्द्रकान्त देवताले
- हत्या-दर-हत्या / गोरख पाण्डेय
- हत्या के इस समय में / शहंशाह आलम
- हत्यारा / कुमार मुकुल
- हत्यारे जब प्रेमी होते हैं / योगेंद्र कृष्णा
- हत्यारे जब बुद्धिजीवी होते हैं / योगेंद्र कृष्णा
- हत्यारे जब मसीहा होते हैं / योगेंद्र कृष्णा
- हथियार / कुमार मुकुल
- हथियार रहस्य / काका हाथरसी
- हथेली / पुष्पिता
- हथौड़े का गीत / केदारनाथ अग्रवाल
- हद-ए-निगाह तक ये ज़मीं / शहरयार
- हद्द—ए—नज़र तक क्या है देख / साग़र पालमपुरी
- हनीफ़ साग़र
- हनुमान चालीसा / तुलसीदास
- हबीब जालिब
- हम-1 / विजया सती
- हम-2 / विजया सती
- हम-तुम / रमानाथ अवस्थी
- हम / अशोक वाजपेयी
- हम / महेन्द्र भटनागर
- हम / राजा खुगशाल
- हम अपनी बाग़ी चीखों के चलते जो मशहूर हुए / विनय कुमार
- हम अपने ख़याल को / शमशेर बहादुर सिंह
- हम इक भटके हुए राही को अपना रहनुमा समझे / सुरेश चन्द्र शौक़
- हम इन्तज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक / साहिर लुधियानवी
- हम उनसे अगर मिल बैठते हैं / इब्ने इंशा
- हम एक हैं / महेन्द्र भटनागर
- हम ऐसे आज़ाद / हरिवंशराय बच्चन
- हम औरतें / वीरेन डंगवाल
- हम करें राष्ट्र आराधन
- हम कहां से आए / जेम्स फ़ेंटन
- हम किसको परिचित कह पाते / राकेश खंडेलवाल
- हम कुछ ऐसे तेरे दीदार में खो जाते हैं / मुनव्वर राना
- हम कुछ ज़्यादा नहीं चाहते / अनिल कुमार सिंह
- हम कृती नहीं हैं / अज्ञेय
- हम के ठहरे अजनबी इतने मदारातों के बाद / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हम को जुनूँ क्या सिखलाते हो / मजरूह सुल्तानपुरी
- हम को मन की शक्ति देना
- हम क्रांतिकारी नहीं थे / आर. चेतनक्रांति
- हम चलते हैं फिर खेतों में / केदारनाथ अग्रवाल
- हम जानते तो इश्क न करते किसू के साथ / मीर तक़ी 'मीर'
- हम जिएँ न जिएँ दोस्त / केदारनाथ अग्रवाल
- हम जियें या न जियें / ब्रजमोहन
- हम जैसों से यारी मत कर / श्याम सखा 'श्याम'
- हम जो देखते हैं / मंगलेश डबराल
- हम तुझ से किस हवस की फ़लक जुस्तजू करें / ख़्वाजा मीर दर्द
- हम तुझसे किस हवस की फलक जुस्तुजू करें / दाग़ देहलवी
- हम तुम / नईम
- हम तुम्हें मार देंगे / मनमोहन
- हम तो आशिक है बारिश के कब से शीश मुड़ाकर बैठे / विनय कुमार
- हम तो करेंगे / अशोक चक्रधर
- हम तो चलते हैं लो ख़ुदा हाफ़िज़ / ज़फ़र
- हम तो बचपन में भी अकेले थे / जावेद अख़्तर
- हम तो बस रौशनी साथ लेकर चले / शैलेश ज़ैदी
- हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले / सुदर्शन फ़ाकिर
- हम तो हैं परदेस में / राही मासूम रज़ा
- हम दिलों में निवास करते हैं / देवी नागरानी
- हम दीवानों की क्या हस्ती / भगवतीचरण वर्मा
- हम देखेंगे / फ़ैज़
- हम दोनों हैं दुखी / त्रिलोचन
- हम न होंगे / अशोक वाजपेयी
- हम नदी के साथ-साथ / अज्ञेय
- हम नशीं ही उठ गये तो हम कहाँ रह जायेंगे / साग़र पालमपुरी
- हम निहारेंगे जिसको , उधर जाएगी / जहीर कुरैशी
- हम पंछी उन्मुक्त गगन के / शिवमंगल सिंह सुमन
- हम पढ़ रहे थे / शहरयार
- हम पढ़ रहे थे ख़्वाब के पुर्ज़ों को जोड़ के / शहरयार
- हम पर तुम्हारी चाह का / फ़ैज़
- हम पर तुम्हारी चाह का इल्ज़ाम ही तो है / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हम परवरिश-ए-लौह-ओ-क़लम करते रहेंगे / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हम पात्र हैं किसी के / केदारनाथ अग्रवाल
- हम भगतनि के भगत हमारे / सूरदास
- हम मश्रिक़ के मुसलमानों का दिल / इक़बाल
- हम मुसकुराएंगे! / महेन्द्र भटनागर
- हम यहीं रहते हैं / केदारनाथ अग्रवाल
- हम रश्क को अपने भी गवारा नहीं करते / ग़ालिब
- हम रातों को उठ उठ के / हसरत जयपुरी
- हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के / प्रदीप
- हम समझते हैं आज़माने को / मोमिन
- हम साथी / त्रिलोचन
- हम सादा ही ऐसे थे, की यूँ ही पज़ीराई / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हम से भागा न करो दूर / जाँ निसार अख़्तर
- हम है मता-ए-कूचा-ओ-बज़ार की तरह / मजरूह सुल्तानपुरी
- हम हैं कुछ अपने लिए कुछ हैं ज़माने के लिए / निदा फ़ाज़ली
- हम हो गए हैं बौने... / केदारनाथ अग्रवाल
- हम होंगे कामयाब / गिरिजाकुमार माथुर
- हमको परहेज़ है साहब कहाँ बदलने से / विनय कुमार
- हमको मनकी शक्ति देना / भजन
- हमको मरने के / ओमप्रकाश चतुर्वेदी 'पराग'
- हमन है इश्क मस्ताना / कबीर
- हमने उनके घर देखे / भगवत रावत
- हमने काटी हैं तिरी याद में रातें अक्सर / जाँ निसार अख़्तर
- हमने खुद को नकार कर / रामकुमार कृषक
- हमने चलती चक्की देखी / भगवत रावत
- हमने जितनी बार पुकारा / केदारनाथ अग्रवाल
- हमने तो रगड़ा है / नागार्जुन
- हमने दुनिया में आके क्या देखा / ज़फ़र
- हमने पाया तो बहुत कम है बहुत खोया है / देवी नांगरानी
- हमने बांधी है कास की आँटी / रवीन्द्रनाथ ठाकुर
- हमसफ़र होता कोई तो बाँट लेते दूरियाँ / सरदार अंजुम
- हमसे क्या पूछते हो / लेडी डाक्टर
- हमसे फ़िराक़ अकसर छुप-छुप कर / फ़िराक़ गोरखपुरी
- हमसे हर मौसम सीधा टकराता है / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
- हमहु सब जानति लोक की चालनि / भारतेंदु हरिश्चंद्र
- हमारा गौरव / महेन्द्र भटनागर
- हमारा तीर कुछ भी हो निशाने तक पहुँचता है / मुनव्वर राना
- हमारा दिल / बशीर बद्र
- हमारा देश / महेन्द्र भटनागर
- हमारी आँख / प्रेमशंकर शुक्ल
- हमारी आँखों के ख़्वाबों से दूर ही रक्ख / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हमारी आपकी यारी से निकले / जहीर कुरैशी
- हमारी ज़िन्दगी का इस तरह हर साल कटता है / मुनव्वर राना
- हमारी जिन्दगी / केदारनाथ अग्रवाल
- हमारी दुनिया / सुन्दरचन्द ठाकुर
- हमारी बेख़ुदी अब उस मक़ाम पर है मियाँ / सुरेश चन्द्र शौक़
- हमारे इर्द-गिर्द / महेन्द्र भटनागर
- हमारे दरमियाँ / परवीन शाकिर
- हमारे प्रभु, औगुन चित न धरौ / सूरदास
- हमारे बीच संशय बढ़ रहे हैं/ जहीर कुरैशी
- हमारे भय पे पाबंदी लगाते हैं / जहीर कुरैशी
- हमारे लोकतंत्र में / शहंशाह आलम
- हमारे शौक़ की ये इन्तिहा थी / जावेद अख़्तर
- हमारे सिवा इसका रस कौन जाने ! / शमशेर बहादुर सिंह
- हमारे हिस्से की / योगेंद्र कृष्णा
- हमारे होने का अर्थ / भारत यायावर
- हमारो प्रणाम बांकेबिहारी को / मीराबाई
- हमें उस पर विश्वास है / कुमार मुकुल
- हमें कब तक यूँ ही तपती फ़ज़ायें दीजियेगा / सुरेश चन्द्र शौक़
- हमें कहीं न कहीं यह गुमान रहना है / जहीर कुरैशी
- हमें ज़माने की गर्दिश ने क्या मिटाना था / सुरेश चन्द्र शौक़
- हमें जानने वाले / हेमन्त शेष
- हमें नहीं मालूम था / प्रयाग शुक्ल
- हमें परजीवी लता नहीं बनना है/ रमा द्विवेदी
- हमें भूल मत जइयो राजा जी! / बाबर
- हमें यह पता है / महेन्द्र भटनागर
- हमें संपूरित होना है / ईहातीत क्षण / मृदुल कीर्ति
- हमेशा के लिए / नोमान शौक़
- हमेशा द्वंद्व का ठंडा बुखार ठीक नहीं / जहीर कुरैशी
- हम्द1 / निदा फ़ाज़ली
- हर आदमी प्रतिपक्ष में खड़ा है / योगेंद्र कृष्णा
- हर इक आवाज़ अब उर्दू को फ़रियादी बताती है / मुनव्वर राना
- हर एक आवाज़ अब उर्दू को.../ मुनव्वर राना
- हर एक चेहरा यहाँ पर गुलाल होता है / मुनव्वर राना
- हर एक बात पे कहते हो तुम कि तू क्या है / ग़ालिब
- हर एक रूह में एक ग़म छुपा लगे है मुझे / जाँ निसार अख़्तर
- हर ओर जिधर देखो / कीर्ति चौधरी
- हर कहीं सब कहीं / दिविक रमेश
- हर क़दम पर खौफ़ की सरदारियाँ रहने लगें / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हर किसी का अपना हो अंतरिक्ष / अनूप सेठी
- हर कोई चाहता है / लावण्या शाह
- हर ख़ुशी में कोई कमी सी है / जावेद अख़्तर
- हर खुशी की आँख में आँसू मिले / जहीर कुरैशी
- हर गली, हर मोड़ पर अब जा बँधे शर्तों में लोग / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हर गवाही से मुकर जाता है पेट / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
- हर घड़ी ख़ुद से उलझना है मुक़द्दर मेरा / निदा फ़ाज़ली
- हर घड़ी रौंदा दुखों की भीड़ ने संत्रास ने / द्विजेन्द्र 'द्विज'
- हर चीज़ ज़माने की जहाँ पर थी / साहिर लुधियानवी
- हर जगह आकाश / राजेश जोशी
- हर जनम में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र
- हर जलवे से एक दरस-ए-नुमू लेता हूँ / फ़िराक़ गोरखपुरी
- हर ज़ोर-जुल्म की टक्कर में / शैलेन्द्र
- हर डाल पर एक फूल खिला है / ज्यून तकामी
- हर तमाशाई फ़क़त साहिल से मंज़र देखता / फ़राज़
- हर तरफ धुआं है / धूमिल
- हर तरफ़ स्याह समंदर दिखाई देता है / विनय कुमार
- हर तरफ़ हर जगह बेशुमार आदमी / निदा फ़ाज़ली
- हर दम दुआएँ देना / जिगर मुरादाबादी
- हर दर्पन तेरा दर्पन है / गोपालदास "नीरज"
- हर पल मैं देखूँ, मित्रों,बस एक यही सपन / ओसिप मंदेलश्ताम
- हर पहचान में / मोहन राणा
- हर पीड़ा का अन्त सृजन / विपिनकुमार अग्रवाल
- हर फूल बाग़े—हुस्न का काग़ज़ का फूल है / सुरेश चन्द्र शौक़
- हर बात का मज़ाक उड़ाया न कीजिये/ डॉ॰ सूर्या बाली "सूरज"
- हर बार / वीरा
- हर बार मांगती है नया चश्म-ए-यार दिल / दाग़ देहलवी
- हर बेज़बाँ को शोलानवा कह लिया करो / क़तील
- हर लफ़्ज़ तिरे जिस्म की खुशबू में ढला है / जाँ निसार अख़्तर
- हर लिया क्यों शैशव नादान / नरेन्द्र शर्मा
- हर शहर में एक बदनाम औरत होती है / विष्णु खरे
- हर समय द्वन्द्व चलते रहते हैं / जहीर कुरैशी
- हर समय माँ है दुआओं के करीब / जहीर कुरैशी
- हर सम्त एक भीड़—से फैले हुए हैं लोग / साग़र पालमपुरी
- हर सहर धूप की मानिंद बिखरते हुए लोग / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
- हर सांस बंदी है यहाँ / रमा द्विवेदी
- हर सुबह / नरेश सक्सेना
- हर सुबह / रमेश पाण्डेय
- हर सू दिखाई देते हैं वो जलवागर मुझे / जिगर मुरादाबादी
- हर स्वप्न के लिए / विष्णु नागर
- हर हक़ीक़त मजाज़ हो जाये / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
- हर हाल में बेजोड़ / वेणु गोपाल
- हरएक को उबाने वाला उदास गीत / पाब्लो नेरूदा
- हरकत / प्रयाग शुक्ल
- हरभजन सिंह
- हरषे नंद टेरत महरि / सूरदास
- हरसूद / कुमार मुकुल
- हरा इक पेड़ काटा जा रहा है / प्रताप सोमवंशी
- हरा केन्द्रीय रंग नहीं है / रघुवंश मणि
- हरा दस्ताना / अरुण कमल
- हरा भरा संसार है / त्रिलोचन
- हरापन / ज्यून तकामी
- हरि, तुम क्यों न हमारैं आये / सूरदास
- हरि-कर राजत माखन-रोटी / सूरदास
- हरि-मुख देखि हो नँद-नारि / सूरदास
- हरि अपनैं आँगन कछु गावत / सूरदास
- हरि आवत गाइनि के पाछे / सूरदास
- हरि किलकत जसुदा की कनियाँ / सूरदास
- हरि किलकत जसुमति की कनियाँ / सूरदास
- हरि के बदन तन धौं चाहि / सूरदास
- हरि को टाँडौ लादे जाइ रे / रैदास
- हरि कौ मुख माइ, मोहि अनुदिन अति भावै / सूरदास
- हरि कौं टेरति है नँदरानी / सूरदास
- हरि जपत तेऊ जना पदम कवलास / रैदास
- हरि तब अपनी आँखि मुँदाई / सूरदास
- हरि बिन कूण गती मेरी / मीराबाई
- हरि बिन जियरा मोरा तरसे (कजली) / खड़ी बोली
- हरि बिन ना सरै री माई / मीराबाई
- हरि मुख देखि हो बसुदेव / सूरदास
- हरि संग डारि-डारि गलबहियाँ (कजली) / खड़ी बोली
- हरि सब भाजन फोरि पराने / सूरदास
- हरि हरि हँसत मेरौ माधैया / सूरदास
- हरि हरि हरि न जपसि रसना / रैदास
- हरि हरि हरि न जपहि रसना / रैदास
- हरि हरि हरि सुमिरन करौ / सूरदास
- हरि हरि हरि हरि हरि हरि हरे / रैदास
- हरिकौ बिमल जस गावति गोपंगना / सूरदास
- हरिजन / महेन्द्र भटनागर
- हरिजन गाथा / नागार्जुन
- हरिजन टोली / कुमारेंद्र पारसनाथ सिंह
- हरित क्रांति / धूमिल
- हरियाणवी लोक गीत
- हरियाली के गीत / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
- हरियाली हर ले जाते हो/रमा द्विवेदी
- हरिवंशराय बच्चन
- हरिवंशराय बच्चन / परिचय
- हरिविमुख-निन्दा / सूरदास
- हरी घाटी / पूर्णिमा वर्मन
- हरी घास का बल्लम / केदारनाथ अग्रवाल
- हरी घास पर क्षण भर / अज्ञेय
- हरी मेरे जीवन प्रान अधार / मीराबाई
- हरी हरी दूब पर / अटल बिहारी वाजपेयी
- हरीशचन्द्र पाण्डे
- हरे प्रकाश उपाध्याय
- हरे सलवार कुर्ते में / अनिल जनविजय
- हरो जन की भीर / मीराबाई
- हर्फ़े-गुजरात फ़क़त आँसू हैं / सुरेश सलिल
- हर्फ़े-ताज़ा की तरह क़िस्स-ए-पारीना / फ़राज़
- हल / शिरीष कुमार मौर्य
- हलधर सौं कहि ग्वालि सुनायौ / सूरदास
- हल्दीघाटी / अष्ठम सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / एकादश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / चतुर्थ सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / चतुर्दश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / तृतीय सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / त्रयोदश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / दशम सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / द्वादश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / द्वितीय सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
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- हल्दीघाटी / पंचदश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / पंचम सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / परिशिष्ट / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / प्रथम सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / श्यामनारायण पाण्डेय
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- हल्दीघाटी / षोडश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / सप्तदश सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्दीघाटी / सप्तम सर्ग / श्यामनारायण पाण्डेय
- हल्लो राजा / राकेश रंजन
- हवस-नसीब नज़र को कहीं क़रार नहीं / साहिर लुधियानवी
- हवस को है निशात-ए कार / गा़लिब
- हवा (राग-संवेदन) / महेन्द्र भटनागर
- हवा / जेम्स फ़ेंटन
- हवा / महेन्द्र भटनागर
- हवा / वंशी माहेश्वरी
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